चांद की रौशनी January 30, 2018 इस चांद की रौशनी में बता क्या जवाब दूं? आसमां पूछ रहा है कि सितारे कहां गए... Read more
कुछ लोग किताबों जैसे January 26, 2018 इस शहर में कितने लोग थे, कुछ याद नहीं सब भूल गए... कुछ लोग किताबों जैसे थे जो बेजुबानी याद है! Read more
रात दुल्हन बनी January 25, 2018 रात दुल्हन बनी बैठी थी और हम चादर लपेटे हुए, आसमां सितारों से सजी थी और चांद से लिपटे हुए ! Read more
रौशन है ये बगिया January 20, 2018 नजर से छुप नहीं सकता जहां रौशन हो किरणों का... ये दिल जीतने का आपका अंदाज़ अच्छा है, ये बगिया आपकी ही तो आवाज से खिलती है!🌷 Dedicated to Raushan Mishra Read more
चांद January 14, 2018 रात दुल्हन बनी बैठी थी और हम चादर लपेटे हुए, आसमां सितारों से सजी थी और चांद से लिपटे हुए ! Read more
हुस्न रात के सितारों का January 07, 2018 दिखाकर हुस्न रात के सितारों का.... मेरी ज़िन्दगी के कुछ लम्हे फिर ले गए! Read more